स्लग सरकारी दवा से चिकित्सको का उठ गया भरोसा, लिख रहे बाहरी दवा
लोकेशन सिकंदरा रिपोर्टर नरेन्द्र कुमार
स्लग सरकारी दवा से चिकित्सको का उठ गया भरोसा, लिख रहे बाहरी दवा
एंकर सिकंदरा कानपुर देहात के कस्बा सिकंदरा के सीएससी पूरा मामला उत्तर प्रदेश सरकार भले ही दवा पर निधि खर्च कर रही हो लेकिन चिकित्सक बाहर की दवा लिख कर कमीशन पर अपनी जेबें भारी कर रहे हैं।
प्रदेश सरकार आम आदमी को स्वास्थ करने के लिए गुणवत्ता परक दवाएं भेज कर निशुल्क चिकित्सा उपलब्ध करा रहा है लेकिन पीएचसी, सीएचसी बैठे चिकित्सको का अपने बेतन से संतुष्टि ना होने पर बाहर की दवा लिखकर कमीशन पर अपनी जेबें मालामाल कर रहे है सिकंदरा कस्बा स्थित सीएचसी में तैनात चिकित्सको का ये हाल हैं कि सरकारी दवाओं से उनका मोह भंग होगया है वे रोगियों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए बाहर से दवा लाने की सलाह देते हैं इतना ही नहीं शासन की भेजी गयी दवा को वेअसर बताते हैं ।चिकित्सकों द्वारा परेशान रोगियों को दी गयी सलाह उचित लगती हैं रोग से शीघ्र निजात पाने के लिये आर्थिक रूप से कमजोर होने के वाबजूद मजबूर हो कर अपना पैसा खर्च करते है शासन के अभियान की तैनात चिकित्सक हवां निकाल रहे है सीएचसी का स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर अगर औचक निरक्षण करे तो शायद दवाओं के कमीशन में कंठ तक डूबे चिकित्सको का चेहरा उजागर हो सके। जिससे शासन के निशुल्क चिकित्सा का सपना साकार हो सके। मंगलवार दोपहर लगभग 1:00 बजे अपनी आददत से मजबूर, महिला चिकित्सकों ने करियापुर निवासिनी गर्भवती ज्योति ,महेशपुर निवासिनी वंदना को बाहर मेडिकल स्टोर से दवा लाने के लिए पर्ची में दवा लिखी। जबकि सरकारी अस्पताल में शासन द्वारा एक बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लगातार इंतजाम किए जा रहे हैं वही सरकारी अस्पताल में तैनात चिकित्सक द्वारा बाहरी दवाइयां को लिखकर सरकारी दवाइयां को कमजोर साबित किया जा रहा है इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक डा0 पवन कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।