पहलवानों के समर्थन में शामली में हुई खाप पंचायत_
'छाती पर गोली खानी पड़े तो खाएंगे'
पहलवानों के समर्थन में शामली में हुई खाप पंचायत_
हुआ ये फैसला-
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध प्रदर्शन को और मजबूती देने के लिए शामली जनपद में मलिक खाप चौधरियों ने एक महापंचायत का आयोजन किया...
जिसमें एक दर्जन से भी ज्यादा अलग-अलग खापों ने हिस्सा लिया. इस पंचायत में फैसला लिया गया कि जो भी खिलाड़ियों की आगे की रणनीति होगी उस निर्णय के साथ सर्व खाप कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी...
चाहे इसके लिए खाप चौधरियों को गोलियां ही क्यों ना खानी पड़े.
पहलवानों के समर्थन में देश में अलग-अलग जगहों पर आंदोलन की चिंगारी उठती नजर आ रही है.
महिला खिलाड़ियों को न्याय दिलाने के लिए पहले यूपी के जनपद मुजफ्फरनगर और फिर हरियाणा के कुरुक्षेत्र में महापंचायत का आयोजन किया गया था.
जिसमें सरकार को अल्टीमेटम देते हुए 9 जून का समय रखा गया था. जिसके बाद आज शामली जनपद के गांव लिसाढ़ में भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक संगठन एवं गठवाला मलिक खाप के चौधरी बाबा राजेंद्र मलिक ने कई खाप चौधरियों की एक पंचायत बुलाई थी.
एक दर्जन खाप पंचायत हुईं शामिल
शामली में बुलाई गई खाप पंचायत में एक दर्जन से ज्यादा अलग-अलग खाप के चौधरी शामिल हुए, जिन्होंने महापंचायत में 11 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया है, वहीं यह 11 सदस्यों की कमेटी पहलवानों से मिलकर उनकी पीड़ा को जानेगी और उनके निर्णय के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी.
इस मामले पर जानकारी देते हुए राजेंद्र मलिक ने कहा कि वो खिलाड़ियों के हर फैसले के साथ हैं.
अगर खिलाड़ी 9 जून के फैसले के साथ हम लोगों का समर्थन मांगते हैं तब भी हम उनके साथ हैं.
चाहे हमको छाती पर गोली खानी पड़े हम खिलाड़ियों के सम्मान में लड़ाई लड़ते रहेंगे और उन्हें न्याय दिलाकर ही रहेंगे.
आपको बता दें कि पिछले दिनों खिलाड़ियों ने अपने मेडल गंगा में बहाने का एलान किया था, लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत के समझाने पर वो मान गए.
इसके बाद मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत बुलाई गई, जिसमें ये फैसला लिया गया है कि अब किसान पहलवानों की लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे...